History of India and Indian National Movements in Details in hindi...
परिचय:
भारत, उत्तरी गोलार्ध में स्थित एक ऐतिहासिक देश है जिसका इतिहास समृद्ध, विविध और गरिमामय है। भारतीय इतिहास का पट बहुत लम्बा है और इसमें कई महत्वपूर्ण घटनाएँ और आंदोलन शामिल हैं, जिनमें से एक है "भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन"। इस आलेख में, हम भारत के इतिहास और राष्ट्रीय आंदोलन की यह महागाथा देखेंगे और कुछ उदाहरणों के माध्यम से इसे समझने की कोशिश करेंगे।
भारत का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य:
भारतीय सभ्यता का इतिहास बहुत प्राचीन है, जिसमें वेद, उपनिषद, ग्रंथ, कला, साहित्य, विज्ञान आदि के योगदान शामिल हैं। विभिन्न राजवंशों और साम्राज्यों की स्थापना और पतन, विदेशी आक्रमण, व्यापारिक संबंध, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान इसके महत्वपूर्ण हिस्से हैं।
भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन का आगमन:
19वीं और 20वीं सदी में, भारतीय जनता ने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ आवाज बुलंद की और राष्ट्रीय आंदोलन की शुरुआत की। यह आंदोलन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के रूप में महत्वपूर्ण था, जिसका उद्देश्य भारत को स्वतंत्रता दिलाना था।
महात्मा गांधी: अहिंसा के महान योगदानकर्ता:
महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता थे, जिन्होंने अहिंसा और सत्य के माध्यम से आंदोलन की दिशा में काम किया। उन्होंने नमक सत्याग्रह, दांडी मार्च, खिलाफत आंदोलन जैसे आंदोलनों का नेतृत्व किया, जिनसे ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ जन जागरूकता फैलाई और एकता की भावना को मजबूती से बढ़ावा मिला।
भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के मुख्य दल और उनके योगदान:
इंकलाबी दल: बाल गंगाधर तिलक, बिपिन चंद्र पाल और लाला लाजपत राय जैसे नेताओं ने इंकलाबी दल की स्थापना की और जनता को उनके अध्यक्षता में साम्राज्यवाद और अशिक्षा के खिलाफ जागरूक किया।
स्वतंत्रता सेनानियों का संघ: नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने स्वतंत्रता सेनानियों का संघ बनाया और भारतीय राष्ट्रीय सेना की स्थापना की। उन्होंने आजाद हिन्द सरकार की स्थापना की और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नये दिशा देने का प्रयास किया।
गाँधीवादी आंदोलन: महात्मा गांधी ने अहिंसा के सिद्धांत पर आधारित आंदोलनों से ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ आवाज उठाया। सात्विक आहार, आश्रम आवास, चरक्का सत्याग्रह जैसे आंदोलनों ने जनमानस को जागरूक किया और एक सामूहिक जागरूकता फैलाई।
स्वतंत्रता संग्राम की विजय:
भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन ने अपने संघर्ष से ब्रिटिश साम्राज्य को दिखाया कि भारतीय जनता उसके विरूद्ध एकजुट है। यह संघर्ष स्वतंत्रता संग्राम के परिणामस्वरूप 1947 में भारत को आजादी मिली।
निष्कलंक संगठन: आज का भारत:
स्वतंत्रता संग्राम के बाद, भारत ने नये दौर में कई समस्याओं का सामना किया और नवाचारी उपायों की दिशा में कदम उठाया। आज का भारत एक विकासशील और गरिमामय देश है जिसमें विज्ञान, प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास और सांस्कृतिक धरोहर के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान हो रहे हैं।
समापन:
भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन ने भारतीय जनता की आत्मगरिमा को उत्तेजना दी और उन्हें एक नये दिशा की ओर आगे बढ़ने का संदेश दिया। इस आंदोलन ने दिखाया कि एक संगठित और एकजुट जनता किसी भी समस्या का समाधान कर सकती है, चाहे वो कितनी भी बड़ी क्यों ना हो। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन का यह ऐतिहासिक पृष्ठ भारतीय समृद्धि और सांस्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहेगा।
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